रींगस। कस्बे के वार्ड न 5 में कोटडी फाटक पर रेलवे लाईन के नीचे बना अण्डर पास लोगो के लिये परेशानी का सबब बन गया है। हलकी सी बारिस होते ही अण्डर पास के अन्दर पानी भर जाता है जिसके कारण छोटे वाहन चालको व पेदल गुजरने वाले यात्रियो को अधिक परेशानी होती है कई बार तो पानी अधिक होने पर छोटे वाहन पानी के अन्दर ही बन्द हो जाते है। जिन्हे निकालने के लिये क्रेन बुलानी पडती है। मंगलवार को सुबह हुयी अच्छी बारिस के कारण अण्डर पास में करीबन पांच फिट तक पानी भर गया। बारिस के पानी का सही निकास न होने के कारण दिन भर लोगो को परेशान होना पडा।
तय सीमा से कम बनी है अन्डर पास की दिवारे
कोटडी फाटक के पास रहने वाले ग्रामीणो को आरोप है कि इस उन्डर पास के निर्माण में भी अनियमितताये बरती गयी है। ग्रामीणो का कहना है कि अण्डर पास में नब्बे मिटर तक सीमेट की दिवारे बननी थी लेकिन ठेकेदार के द्वारा महज अठारह मीटर तक दिवारे बनाई गयी है। जिसके कारण बारिस होने पर खेतो की मिटटी व पानी अण्डर पास में चला जाता है।
रेलवे अधिकारीयो को अवगत करवाने के बाद भी नही हो रहा समाधान
नगरपालिका प्रसासन का कहना है कि अण्डर पास में पानी भरने की समस्या को लेकर के डीआरएम जयपुर, जीएम व रेल पथ परिक्षक को भी कई बार अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन अभी तक भी समस्या का कोई स्थाई समाधान नही हुआ है।
ग्रामीणो ने दी अग्र आन्दोलन की चेतावनी
ग्रामीणो का कहना है कि समय रहते समस्या का समाधान नही किया गया तो लोगो को मजबूर होकर के आन्दोलन करना पडेगा। इस फाटक से कोटडीधायलान, आभावास, तपीपल्या, दादियारामपुरा, लामिया, सिरसा, देवीपुरा सहित अनेक गंावो के लोग गुजरते है। जिन्हे रींगस आने के लिये छह किलोमीटर का चक्कर लगाना पडता है।
डेयरी भवन है गिरने के कगार पर
अण्डर पास के समीन सडक के किनारे सरस डेयरी का दुग्ध संग्रहण केन्द्र बना हुआ है। बूथ के समीप की मिटटी बारिस के कारण बहकर के चली गई जिससे यह गिरने के कगार पर है। लोग ढेयरी बूथ के पास जाने से भी डरते है।