
अजीतगढ़ कस्बे की राबाउमावि मे लम्बे समय से रिक्त पड़े है पद,विज्ञान संकाय मे केवल ४ छात्राओं का नांमाकन, अजीतगढ़ सरकार एवं प्रशासनिक ढांचा बालिका शिक्षा को बढावा देने के लिए तरह तरह की योजनाऐं लाकर के लाख प्रयास करती है। लैकिन यह योजनाऐं यहा आकर के फै ल हो जाती है।वर्ष २००८ मे राजकीय बालिका सीनियर सैकेण्डऱी विद्यालय सैकेण्डऱी से सीनियर मे क्रमोन्नत हुई थी। जिसके बाद क्षेत्र के लोगो को लगा था की अब क्षेत्र की लडक़ीयो को पढ़ाई का अच्छा माहौलमिलेगा। लेकिन सरकार एवं प्रशासन इस ओर कितनी गंभीर है इसका नमुना बयां कर रही है। सीकर जिले के श्रीमाधोपुर उपखण्ड़ का उपतहसील स्तरीय बाईस राजस्व गांवो का केन्द्र बिन्दु कस्बा अजीतगढ़ की राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय विषयाध्यापको की कमी से जूझ रहा है। पद रिक्त होने के कारण से अध्यापन चौपट हो रहा है। अपनी लाड़लीयो की शिक्षण व्यवस्थाओ से
हो रहे खिलवाड़ से अभिभावक नाखुश है। विज्ञान संकाय खोलकर बालिकाओ को टाफ ी का लालच देकर चुप रहने को बहकाना ही कह सकते है। गौरतलब है कि इस विद्यालय मे वर्ष २०१३ मे विज्ञान संकाय खोली गई थी। जब से ही विज्ञान संकाय का पद रिक्त है। ७ फ रवरी २०१२ को क्षेत्रीय विकास परिषद् के लोगो ने इसी विद्यालय के बाहर बालिकाओ सहित अभिभावक व ग्रामीणो ने उनकी अगुवाई मे धरना देकर तालाबंदी की गई थी परन्तु तात्कालिक जिला शिक्षाधिकारी द्वारा आश्वासन थमाने के अलावा कुछ भी नही किया गया था।
ये पद है रिक्त:-
विद्यालय क्रमोन्नत होने के बाद से ही व्यांख्याता अग्रेंजी,हिन्दी,संस्कृत,राजनिति विज्ञान,हिन्दी द्वितीय श्रेणी,गणित द्वितीय श्रेणी,विज्ञान संकाय मे जीव विज्ञान,भौतिक विज्ञान,रसायन विज्ञान,लेब कर्मचारी दो पद रिक्त है। शिक्षको के पद रिक्त होने से शिक्षण व्यवस्था सुचारू रूप से नही चल पा रही है।
इनका कहना:- हर माह जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत करवाते है। रिक्त पदो को भरना सरकार के अधीन है। प्रधानाचार्या रेखा यादव