सेवानिवृति सम्मान समारोह आयोजित,
अजीतगढ़ कस्बे की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मे मंगलवार को
व्यंाख्याता राजवीर शर्मा का सेवानिवृत्ति समारोह प्रधानाचार्य प्रेम
सिंह शेखावत की अध्यक्षता मे आयोजित हुआ। समारोह की अध्यक्षता करते हुये
शेखावत ने कहा कि वर्तमान की शिक्षा पद्वति सर्वोत्कर्षठ है,लेकिन शिक्षा
मे अंधी दौड़ के बजाय प्रतिस्पद्र्वा का होना आवश्यक है। इससे पूर्व
विद्यालय की छात्राओ ने सरस्वती वन्दना कर समारोह का विधिवत शुभारम्भ
किया गया। विद्यालय स्टाफ ने सेवानिवृत व्यंाख्याता शर्मा को साफ ा
बंधवाकर माल्यार्पण किया तथा श्रीफ ल व प्रश्ंासा पत्र भेंट किया। समारोह
के विशिष्ट अतिथि दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र अति
महत्वपूर्ण है। जिसमे व्यक्ति को काफ ी समस्याओ से गुजरना पड़ता है। और
भावी राष्ट्र के भविष्य का निर्माण किया जाता है। इस अवसर पर
विद्यार्थियों ने शर्मा को उपहार देकर सम्मान किया। समारोह मे व्याख्याता
धूड़ाराम यादव,रोहिताश यादव,मुकेश शास्त्री,विनोद शर्मा,कानारम
बुनकर,लक्ष्मीनारायण कुमावत,राजकीय प्रवेशिका के कार्यवाहक प्रधानाध्यापक
जगदीश शर्मा,कृषि वैज्ञानिक जगदीश पारीक सहित बड़ी संख्या मे गणमान्य लोग
उपस्थित थे।
अजीतगढ़ कस्बे की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मे मंगलवार को
व्यंाख्याता राजवीर शर्मा का सेवानिवृत्ति समारोह प्रधानाचार्य प्रेम
सिंह शेखावत की अध्यक्षता मे आयोजित हुआ। समारोह की अध्यक्षता करते हुये
शेखावत ने कहा कि वर्तमान की शिक्षा पद्वति सर्वोत्कर्षठ है,लेकिन शिक्षा
मे अंधी दौड़ के बजाय प्रतिस्पद्र्वा का होना आवश्यक है। इससे पूर्व
विद्यालय की छात्राओ ने सरस्वती वन्दना कर समारोह का विधिवत शुभारम्भ
किया गया। विद्यालय स्टाफ ने सेवानिवृत व्यंाख्याता शर्मा को साफ ा
बंधवाकर माल्यार्पण किया तथा श्रीफ ल व प्रश्ंासा पत्र भेंट किया। समारोह
के विशिष्ट अतिथि दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र अति
महत्वपूर्ण है। जिसमे व्यक्ति को काफ ी समस्याओ से गुजरना पड़ता है। और
भावी राष्ट्र के भविष्य का निर्माण किया जाता है। इस अवसर पर
विद्यार्थियों ने शर्मा को उपहार देकर सम्मान किया। समारोह मे व्याख्याता
धूड़ाराम यादव,रोहिताश यादव,मुकेश शास्त्री,विनोद शर्मा,कानारम
बुनकर,लक्ष्मीनारायण कुमावत,राजकीय प्रवेशिका के कार्यवाहक प्रधानाध्यापक
जगदीश शर्मा,कृषि वैज्ञानिक जगदीश पारीक सहित बड़ी संख्या मे गणमान्य लोग
उपस्थित थे।