रामलीला का शुभारम्भ
रींगस। कस्बे के आजाद चैक मे श्री सूर्य मण्डल समाज सेवा समिति के तत्वावधान में सोमवार से ग्यारह दिवसीय रामलीला का शुभाराम्भ वैद्य शिम्भूदयाल शर्मा ने विधिवत पूजा अर्चना के साथ पहली आरती करके किया। पहले दिन रामलीला में नारद का कामदेव पर विजय करने पर नारद के गमण्ड हो जाता है और भगवान विष्णु नारद का गमण्ड तोडने के लिए माया रचते है। नारद विश्वमोहनी माया के वशीभूत होकर भगवान से श्रीहरि का रूप मंाग लिया और भगवान विष्णु ने भी अपने भक्त के कल्याण के लिए नारद को हरि का रूप दे दिया और नारद ने विश्वमोहनी से शादी के लिए स्वयंबर में गया जब विश्वमोहनी भगवान विष्णु के ही वरमाला डाली और अपने को वानर रूप में देखा तो नारद के क्रोध की सीमा नहीं रही और नारद ने विष्णु को श्रृाप दिया कि तुम्हे भी त्रेतायुग में पत् िन के लिए वनों में भटकना पड़ेगा और उस समय यही वानर रूप ही तुम्हारी सहायता करेंगे। नारद का मोहनी माया का प्रसंग दृश्य दिखाया गया । जिससे उपस्थित श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। पहले ही दिन रावण का जन्म होती ही वह 10 वर्ष को हो जाता है की लीला को भी दिखाया गया । रामलीला देखने के लिए कस्बे के सहित आसपास के गांवो के भी लोग पहुचे।
रींगस। कस्बे के आजाद चैक मे श्री सूर्य मण्डल समाज सेवा समिति के तत्वावधान में सोमवार से ग्यारह दिवसीय रामलीला का शुभाराम्भ वैद्य शिम्भूदयाल शर्मा ने विधिवत पूजा अर्चना के साथ पहली आरती करके किया। पहले दिन रामलीला में नारद का कामदेव पर विजय करने पर नारद के गमण्ड हो जाता है और भगवान विष्णु नारद का गमण्ड तोडने के लिए माया रचते है। नारद विश्वमोहनी माया के वशीभूत होकर भगवान से श्रीहरि का रूप मंाग लिया और भगवान विष्णु ने भी अपने भक्त के कल्याण के लिए नारद को हरि का रूप दे दिया और नारद ने विश्वमोहनी से शादी के लिए स्वयंबर में गया जब विश्वमोहनी भगवान विष्णु के ही वरमाला डाली और अपने को वानर रूप में देखा तो नारद के क्रोध की सीमा नहीं रही और नारद ने विष्णु को श्रृाप दिया कि तुम्हे भी त्रेतायुग में पत् िन के लिए वनों में भटकना पड़ेगा और उस समय यही वानर रूप ही तुम्हारी सहायता करेंगे। नारद का मोहनी माया का प्रसंग दृश्य दिखाया गया । जिससे उपस्थित श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। पहले ही दिन रावण का जन्म होती ही वह 10 वर्ष को हो जाता है की लीला को भी दिखाया गया । रामलीला देखने के लिए कस्बे के सहित आसपास के गांवो के भी लोग पहुचे।