दांतारामगढ़ १५ मार्च । प्रमाणसागर महाराज ने प्रवचनो में कहा कि मनुष्य जीवन में अपनी कमाई से धन पुनित कार्य में लगाकर पुन्य कमाने से ही जीवन सार्थक हो सकता है। जानकारी अनुसार मुनीवर ने दिगम्बर जैन नसिया दांता में अपने प्रवचनो का श्रवणपान करवाते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में अपनी कमाई का कुछ हिस्सा पुनित कार्य में जरूर लगाये जिससे की उसके जीवन में पुन्य कमाते हुए वह इस भवसागर से पार हो जाये।
उन्होने कहा कि आज की इस दौड भाग की दुनिया में इंसान केवल धनसंचय में ही अपना समय बर्बाद कर देता है लेकिन ईश्वर के लिए वह समय नही निकाल पाता और लोभ व मोह के चलते वह पुन्य कमाने से वंचित रह जाता है। कालयुग में प्रवचनो का श्रवणपान करने व संतो की वाणी का कुछ हिस्सा अपने जीवन में उतार लेने से जीने का अर्थ ही बदल जाता है। अल सुबह झंडारोहण के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की गई तथा उसके बाद विधान शुरू किया गया। इस मौके पर जैन समुदाय के काफी संख्या में महिला व पुरूष उपस्थित थे।