डग
एक और सरकार षिक्षा को घर घर पहुंचाने के लिए करोडो रूपये खर्च कर रही है, तथा संबंधित विद्यालयों के षिक्षको को निर्देषित किया गया था कि जो बच्चे षिक्षा से वंचित है उन्हे प्रेरित कर षिक्षा से जोडने का अभियान चलाया जा रहा है तो दूसरी और अध्यापको को विद्यालयो में बैठकर गपषप से ही फुरसत नही मिल रही है जिसके परिणाम स्वरूप कई गांवो में विद्यालय होने के बावजूद भी वहां के बच्चे विद्यालयों में प्रवेष नही ले रहे है, कारण अध्यापको की उदासीनता प्रतीत होता है, जैसे नंदपुर गांव से छात्र अपने ही गांव मे विद्यालय होने के बावजूद भी समीप के बानीखेडी विद्यालय में प्रवेष ले रहे है आखिर क्यों............?
क्षैत्र में कई विद्यालयों प्रधानाध्यापक का कक्ष खाली रहा तो कई विद्यालयों में छात्रों के बिना कक्षा कक्षो में पसरा रहा सन्नाटा,
जिला षिक्षा अधिकारी लक्ष्मण मीणा ने बताया कि क्षैत्र के खण्ड संदर्भ केन्द्र मे कार्यरत संदर्भ व्यक्ति को विद्यालयो के निरीक्षण के कार्य में लगाया गया था, जिनकी रिपोर्ट मिलने पर कार्यवाही की जाएगी ।
: कस्बे व क्षैत्र के कई विद्यालयों में सत्र की षुरूआत का पहला दिन अध्यापको की लापरवाही की भंेट चढ गया, एक और बच्चे विद्यालय में षिक्षको का इंतजार करते रहे, तो कई जगह षिक्षक छात्र छात्राओं के बिना अखबार व मेगजिन पढने में व्यस्त नजर आए, जिला षिक्षाअधिकारी की धूल मूल निती से क्षैत्र के बीईईओ अपने कार्य के प्रति उदासीन रहे, ना ही उन्होैने पंचायत समिति में आकर दस्तक दी और नाही अपनी जिम्मेदारी समझते हुए विद्यालयों का निरीक्षण किया, सत्र के प्रारम्भ में ही ऐसी स्थिती है तो सत्र के षुरूआत के बाद क्या हालात होगें........?
एक और सरकार षिक्षा को घर घर पहुंचाने के लिए करोडो रूपये खर्च कर रही है, तथा संबंधित विद्यालयों के षिक्षको को निर्देषित किया गया था कि जो बच्चे षिक्षा से वंचित है उन्हे प्रेरित कर षिक्षा से जोडने का अभियान चलाया जा रहा है तो दूसरी और अध्यापको को विद्यालयो में बैठकर गपषप से ही फुरसत नही मिल रही है जिसके परिणाम स्वरूप कई गांवो में विद्यालय होने के बावजूद भी वहां के बच्चे विद्यालयों में प्रवेष नही ले रहे है, कारण अध्यापको की उदासीनता प्रतीत होता है, जैसे नंदपुर गांव से छात्र अपने ही गांव मे विद्यालय होने के बावजूद भी समीप के बानीखेडी विद्यालय में प्रवेष ले रहे है आखिर क्यों............?
क्षैत्र में कई विद्यालयों प्रधानाध्यापक का कक्ष खाली रहा तो कई विद्यालयों में छात्रों के बिना कक्षा कक्षो में पसरा रहा सन्नाटा,
जिला षिक्षा अधिकारी लक्ष्मण मीणा ने बताया कि क्षैत्र के खण्ड संदर्भ केन्द्र मे कार्यरत संदर्भ व्यक्ति को विद्यालयो के निरीक्षण के कार्य में लगाया गया था, जिनकी रिपोर्ट मिलने पर कार्यवाही की जाएगी ।
: कस्बे व क्षैत्र के कई विद्यालयों में सत्र की षुरूआत का पहला दिन अध्यापको की लापरवाही की भंेट चढ गया, एक और बच्चे विद्यालय में षिक्षको का इंतजार करते रहे, तो कई जगह षिक्षक छात्र छात्राओं के बिना अखबार व मेगजिन पढने में व्यस्त नजर आए, जिला षिक्षाअधिकारी की धूल मूल निती से क्षैत्र के बीईईओ अपने कार्य के प्रति उदासीन रहे, ना ही उन्होैने पंचायत समिति में आकर दस्तक दी और नाही अपनी जिम्मेदारी समझते हुए विद्यालयों का निरीक्षण किया, सत्र के प्रारम्भ में ही ऐसी स्थिती है तो सत्र के षुरूआत के बाद क्या हालात होगें........?