250 वर्षो पूर्व विरक्त सन्त ने किया था स्थपित,रामाननु सम्प्रदाय की परम्परा का होता है निर्वहन,
अजीतगढ़ कस्बे की कौशल्यादास बगीची मे स्थित धार्मिक आस्था का बडा मन्दिर री नृसिंह बिहारी जी मन्दिर क्षेत्र की भगवत भक्ति का केन्द्र है। वेद परम्परा से संचालित मन्दिर पर विरक्त सन्तो का अधिपत्य रहा है। रामानन्द वैष्णव सम्प्रदाय के श्रीसन्त गोविन्द दास जी,द्वारिका दास जी,बलराम दास जी,कौशल्यादास जी ने इस मन्दिर को उत्तरोत्तर विकास दिया है। कौशल्यादास जी के निर्मल एवं मृदुल स्वभाव ने धीरे-धीरे मन्दिर मे श्रद्वालुओ की संख्या बढ़ाई। वर्षभर होने वाले धार्मिक आयोजनो मे भक्तो की भावनाऐं जुड़ी रहती है। कौशल्यादास जी ने ही वर्ष १९७६ मे मोहन लाल माहेश्वरी,जुगलकिशोर पुजारी,गोवर्धन सिद्व को साथ लेकर नवयुवक रामलीलाल नाट्य कला मण्ड़ल का गठऩ करके दशहरे पर रामलीला करवाना शुरू किया जो आज तक चालु है। वर्तमान मे ब्रहपीठ़ाधीश्वर श्री नारायणदास जी महाराज त्रिवेणी धाम के शिष्य व अनुयायी श्री रामानुग्रदास महाराज इस मन्दिर के महन्त है। बालस्वरूप फु लड़ोल दास महाराज मन्दिर के पुजारी तथा सियाराम शरण दास महाराज गौशाला प्रभारी है। मन्दिर मे अखण्ड़ रामायण पाठ़ होता रहता है। सन्तो महन्तो को भोजन आवास की सेवा हर दिन उपलब्ध रहती है। आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जायेगा। भजन संध्या भी आयोजित होगी7 रात १२ बजे प्रसादी वितरण का कार्यक्रम होगा।
अजीतगढ़ कस्बे की कौशल्यादास बगीची मे स्थित धार्मिक आस्था का बडा मन्दिर री नृसिंह बिहारी जी मन्दिर क्षेत्र की भगवत भक्ति का केन्द्र है। वेद परम्परा से संचालित मन्दिर पर विरक्त सन्तो का अधिपत्य रहा है। रामानन्द वैष्णव सम्प्रदाय के श्रीसन्त गोविन्द दास जी,द्वारिका दास जी,बलराम दास जी,कौशल्यादास जी ने इस मन्दिर को उत्तरोत्तर विकास दिया है। कौशल्यादास जी के निर्मल एवं मृदुल स्वभाव ने धीरे-धीरे मन्दिर मे श्रद्वालुओ की संख्या बढ़ाई। वर्षभर होने वाले धार्मिक आयोजनो मे भक्तो की भावनाऐं जुड़ी रहती है। कौशल्यादास जी ने ही वर्ष १९७६ मे मोहन लाल माहेश्वरी,जुगलकिशोर पुजारी,गोवर्धन सिद्व को साथ लेकर नवयुवक रामलीलाल नाट्य कला मण्ड़ल का गठऩ करके दशहरे पर रामलीला करवाना शुरू किया जो आज तक चालु है। वर्तमान मे ब्रहपीठ़ाधीश्वर श्री नारायणदास जी महाराज त्रिवेणी धाम के शिष्य व अनुयायी श्री रामानुग्रदास महाराज इस मन्दिर के महन्त है। बालस्वरूप फु लड़ोल दास महाराज मन्दिर के पुजारी तथा सियाराम शरण दास महाराज गौशाला प्रभारी है। मन्दिर मे अखण्ड़ रामायण पाठ़ होता रहता है। सन्तो महन्तो को भोजन आवास की सेवा हर दिन उपलब्ध रहती है। आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जायेगा। भजन संध्या भी आयोजित होगी7 रात १२ बजे प्रसादी वितरण का कार्यक्रम होगा।