सीकर। होली के दिन कोतवाली व उद्योग नगर थाना पुलिस ने हथियारों के साथ एक हिस्ट्रीसीटर व उसके साथी को दबोच लिया। आरोपियों से पुलिस ने दो बुलेट प्रूफ गाडियां भी बरामद की है। इस दौरान उनका
एक साथी मौका पाकर फरार हो गया। पकड़ा हिस्टंीशीटर रिछपाल फौजी हाल ही में धोद के खूड़ ग्राम पंचायत से सरपंच चुना गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई की शहर में खासी चर्चा रही। उद्योग नगर एसएचओ अशोक चौधरी ने बताया कि वसंत विहार इलाके में खूड़ सरपंच रिछपाल फौजी का विनायक हॉस्पिटल के नाम से अस्पताल है। मुखबिर से सूचना मिली थी कि फौजी के पास हथियार हैं। इस पर पुलिस ने अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर छापा मारा। वहां रिछपाल फौजी व उसका साथी जगदीश जाखड़ मिला। उनकी तलाशी ली तो एक पिस्टल व 16 कारतूस व राइफल का बट मिले। इस दौरान रिछपाल का भाई सागर मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। वह भी प्राण घातक हमले के मामले में वांछित है। पुलिस ने मौके से दो बुलेट प्रूफ गाडियां भी बरामद की है। पुलिस ने दोनों को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस तीसरे आरोपी सागर की तलाश कर रही है।
ग्रह मंत्री या डीजी के पास भी नहीं है ऐसी गाड़ी
आरोपी हिस्ट्रीसीटर से पु्लिस ने एक बुलेट प्रूफ लक्जरी गाड़ी ( पजेरो ) व एक बुलेट प्रूशबोलेरो बरामद की है। ये दोनों गाडियां पूरी तरह बुलेट प्रूफ हैं तथा अत्याधुनिक तकनीक से तैयार करवाई गई है। पुलिस के अनुसार यह गाड़ी ग्रह मंत्री या पुलिस महानिदेशक के पास भी नहीं है। पजेरो गाड़ी की कीमत करीब 50 लाख से ज्यादा बताई जा रही है। दोनों गाडियों को तैयार करवाने का खर्चा भी लाखों में बताया जा रहा है।
रंजिश के चलते रखी सुरक्षा
बताया जाता है कि फौजी के शराब के धंधे के दौरान शराब माफिया व कारोबारियों से रंजिश हो गई थी। इसके चलते उनको जान का खतरा सता रहा था। पिछले साल पुलिस ने खूड़ इलाके के कुछ युवकों को अवैध
हथियारों के साथ पकड़ा था। इसमें उनकी फौजी से रंजिश की बात सामने आई थी तथा वे उनके निशाने पर थे। वहीं पुलिस को यह भी आशंका है कि आनंदपाल सिंह गिरोह से भी फौजी को खतरा सता रहा था।
दर्जन भर से ज्यादा मुकदमे
हथियारों के साथ पकड़ा गया आरोपी रिछपालसिंह बिजारणिया पहले फौज में था। बाद में फौज की नौकरी छोडकर आ गया तथा शराब के धंधे में उतर गया। बाद में फौजी ने राजनीति में कदम रखा और खूड़ से सरपंच का चुनाव लड़ा। इसके बाद उनकी पत्नी दुर्गा देवी खूड़ की सरपंच तथा जिला परिषद की सदस्य चुनी गई। उन्होंने जिला परिषद सदस्य से इस्तीफा दे दिया था। इस बार हुए पंचायत चुनावों में फौजी तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरे तथा अच्छे खासे वोटों से जीत हासिल की। उनके खिलाफ मारपीट, जान लेवा हमले, शराब से संबंधित विभिन्न थानों में दर्जन भर मुकदमें दर्ज हैं।
एक साथी मौका पाकर फरार हो गया। पकड़ा हिस्टंीशीटर रिछपाल फौजी हाल ही में धोद के खूड़ ग्राम पंचायत से सरपंच चुना गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई की शहर में खासी चर्चा रही। उद्योग नगर एसएचओ अशोक चौधरी ने बताया कि वसंत विहार इलाके में खूड़ सरपंच रिछपाल फौजी का विनायक हॉस्पिटल के नाम से अस्पताल है। मुखबिर से सूचना मिली थी कि फौजी के पास हथियार हैं। इस पर पुलिस ने अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर छापा मारा। वहां रिछपाल फौजी व उसका साथी जगदीश जाखड़ मिला। उनकी तलाशी ली तो एक पिस्टल व 16 कारतूस व राइफल का बट मिले। इस दौरान रिछपाल का भाई सागर मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। वह भी प्राण घातक हमले के मामले में वांछित है। पुलिस ने मौके से दो बुलेट प्रूफ गाडियां भी बरामद की है। पुलिस ने दोनों को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस तीसरे आरोपी सागर की तलाश कर रही है।
ग्रह मंत्री या डीजी के पास भी नहीं है ऐसी गाड़ी
आरोपी हिस्ट्रीसीटर से पु्लिस ने एक बुलेट प्रूफ लक्जरी गाड़ी ( पजेरो ) व एक बुलेट प्रूशबोलेरो बरामद की है। ये दोनों गाडियां पूरी तरह बुलेट प्रूफ हैं तथा अत्याधुनिक तकनीक से तैयार करवाई गई है। पुलिस के अनुसार यह गाड़ी ग्रह मंत्री या पुलिस महानिदेशक के पास भी नहीं है। पजेरो गाड़ी की कीमत करीब 50 लाख से ज्यादा बताई जा रही है। दोनों गाडियों को तैयार करवाने का खर्चा भी लाखों में बताया जा रहा है।
रंजिश के चलते रखी सुरक्षा
बताया जाता है कि फौजी के शराब के धंधे के दौरान शराब माफिया व कारोबारियों से रंजिश हो गई थी। इसके चलते उनको जान का खतरा सता रहा था। पिछले साल पुलिस ने खूड़ इलाके के कुछ युवकों को अवैध
हथियारों के साथ पकड़ा था। इसमें उनकी फौजी से रंजिश की बात सामने आई थी तथा वे उनके निशाने पर थे। वहीं पुलिस को यह भी आशंका है कि आनंदपाल सिंह गिरोह से भी फौजी को खतरा सता रहा था।
दर्जन भर से ज्यादा मुकदमे
हथियारों के साथ पकड़ा गया आरोपी रिछपालसिंह बिजारणिया पहले फौज में था। बाद में फौज की नौकरी छोडकर आ गया तथा शराब के धंधे में उतर गया। बाद में फौजी ने राजनीति में कदम रखा और खूड़ से सरपंच का चुनाव लड़ा। इसके बाद उनकी पत्नी दुर्गा देवी खूड़ की सरपंच तथा जिला परिषद की सदस्य चुनी गई। उन्होंने जिला परिषद सदस्य से इस्तीफा दे दिया था। इस बार हुए पंचायत चुनावों में फौजी तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरे तथा अच्छे खासे वोटों से जीत हासिल की। उनके खिलाफ मारपीट, जान लेवा हमले, शराब से संबंधित विभिन्न थानों में दर्जन भर मुकदमें दर्ज हैं।