नही हो रहे गांव के विकास कार्य
लोक तंत्र में अपनी बाते कहने और मनवाने का हक सभी को है मंगर अपनी समस्याओ का हल आम जनता आखिर किससे करवाये जब की पंचायती राज के जनप्रतीनिधी खुद ही असहाय नजर आ रहे हो। पंचायती राज चुनावो को सम्पन्न हुये लगभग पांच माह बीत गये है। पांच माह के बाद भी अरनियां गांव की सरपंच मंजू यादव को पंचायत का पूरा चार्ज नही मिला है जिसके चलते गांम पंचायत के विकास के सभी कार्य ठप पडे है। आपासी राजनितिक खीचतान का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत में पांच माह में एक भी विकास का कार्य नही हो पाया है। वही पंचायत के रोकड रजिस्टर में अनेक प्रकार की खामिया है जो कि पूर्व सरपंच के भ्रष्टाचार को साफ उजागर कर रही है।
पानी के लिये भटती है आम जनता
ग्राम पंचायत के द्वारा पानी की सुचारू व्यवस्था न किये जाने के कारण ग्रामीण लोगो को पानी के लिये दर दर भटकना पड़ता है। सरपंच का कहना है कि वह बिना चार्ज के वह ना तो पंचायत में काई प्रस्ताव ले पा रही है और ना ही लोगो की समस्याओ का हल कर पा रही है अगर उन्हे चार्ज मिला होता तो वे प्रस्ताव लकर के पानी की समस्या का स्थाई निराकरण का रास्ता निकालती ।
आम रास्ते है खस्ता हाल
अरनियां गांव से आस पास के गांवो में जाने वाले सभी रास्ते खस्ताहाल है जिसके कारण लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अरनियां से मउ, मुण्डरू व कोलवा जाने वाले रास्तो से आज जन का गुजरना दूभर हो रखा है। जनता के द्वारा विरोध करने पर चार्ज न होने की बात सामने जा जाती है।
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ईलाज के लिय जाना पड़ता है बीस किमी
गांव में चिकित्सा सुविधाओ का भी अभाव है जिसके कारण लोगो को छोटी सी भी समस्या के लिये रींगस या श्रीमाधोपुर का चक्कर लगाना पड़ता है। गांव में यातायात की सुविधा का भी अभाव है जिसके चलते यह समस्या और अधिक बढ जाती है। रात्री के समय तो लोगो को निजी वाहनो की व्यवस्था करने में भी घंटो का समय लग जाता है।
इनका कहनाः- चुनावो को पांच माह बीत जाने के बाद भी मुझे पंचात का रिकार्ड ही नही सौपा गया है बिना सूचना व जानकारी के ग्राम पंचायत का विकास किस प्रकार संभव है। मंजू यादव, सरपंच ग्राम पंचायत अरनियां।