डग 3 अप्रेल:-:- कस्बे में साम्प्रदायिक सोहार्द की मिसाल हजरत गैबषाह साहब रहमतुल्लाह अलैह के 45 वां उर्स के दुसरे दिन सायं से ही महफिले कव्वालियों का दौर भोर तक चला, जिसमें कस्बे सहित राजस्थान मध्यप्रदेष के जायरिनो ने भाग लिया, उर्स के दुसरे दिन जायरीनो ने हजरत गैबषाह साहब रहमतुल्ला अलेैह की चौखट खमने उमड़ पडे, बाबा साहब के आस्ताने पर बच्चो बुढो जवान, महिलाओं ने फूल, अगरबत्ती, इत्र पेष कर अपनी मनोकामना हेतु मिन्नते मांगने में व्यस्थ रहे वही उर्स कमेटी द्वारा बैठक व्यवस्था पानी की व्यवस्था व बाहर से आए हुए जायरिनो के लिए व्यवस्था की गई । ।
देश भर से आए मषहुर कव्वाल पार्टियों ने अपने अपने सुफियाना कलाम के रंगो से महफील को सुफियाना रंगो के रंग दिया श्रोताओं को मदमस्त कर झुमने पर मजबूर कर दिया । उर्स में बाहर से आए कव्वालो ने अपने अपने कलाम पेष करे, वही पगडीबंद कव्वाल सरफराज अनवर साबरी ने ‘‘मेरा उनके गुलामो में नाम आ गया’’ व जुनैद सुल्तानी बदायु उत्तर प्रदेष ने ‘‘मेरा ईमान नबी है’’ सहित कई कलाम, नात, निस्बत पेष किए
कयय्ुम कादर खान सदर उर्स कमेटी ने बताया कि 3 अप्रेल को नई दिल्ली से आए षबाब दानिष साबरी अपनी कव्वाली पेष करेंगें देर रात्री तक कव्वालीयों का दौर चलता रहेगा वही नमाज के बाद रस्मोरिवाज के साथ कुल की रस्म अदा की जाएगी ।