ताला बंद पेटी में जलते हैं कपड़े
शिश्यू- समीप के गांव भोज्या की ढाणी में 4 दिन से बंद पेटी व कमरो में रखे कपड़ो में आग लग रही है। जिसे देखने वालों का तांता लगा हुआ है ।परेशान होकर आग के रहस्य को जानने के लिए परिवार वालों ने पुलिस को भी इतिल्ला दी। किंतु पूरी छानबीन कोई समाधान नही निकला। घरवालों को इसमें किसी तांत्रिक को हाथ होने का शक है । यधपि आग का राज अभी तक राज ही बना हुआ है। गीता बदबू देवी ने बताया कि कभी गिले कपड़ों से धुआं उठता तो कभी बिस्तर से आग की लपटें उठती है तभी पड़ोसी सगी बहन पतासी देवी अपने घर में ताला बंद पेटी से दुआ निकलने का शोर मचाती है खोलने पर नगदी व कपड़ों की राख मिलती है। इतना ही नहीं हमारे फोन में बिछाने व पहनने के कपड़े टीवी एवं आजीविका सामग्री जल चुकी है।
पीड़िता ने जब दुबई अपने पति को घटना की जानकारी दी तो उसने भी वहां दुबई में अपने कपड़े व नकदी जलने की बात फोन पर कही इससे परिवार की चिंता और बढ़ गई।
ऑनलाइन की वैज्ञानिक युग में स्वत: आग लगना किसी ज्वलनशील ठोस रसायन से ही संभव है। गंधक एवं फास्फोरस जे सी क्रियाशील धातुएं हवा में किया करके उष्मा उत्पन्न करती है किंतु इस घर में ऐसे रसायनों का होना नामुमकिन है साथ ही सोडियम से गिले कपड़ों में धुआं उठता है किंतु आग संभव नहीं है जो भी हो अब केवल पुलिस एवं रसायनगो पर ही पीड़ित परिवार की नजर टिकी हुई है।