प्रत्येक जिले में
सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी
सीकर 7 जून। केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सावर्जनिक
वितरण राज्यमंत्री सी. आर. चौधरी ने कहा है कि शहीद की मूर्ति आने वाली पीढ़ी को
सदैव प्रेरणा देती रहेगी। शहीद की मूर्ति को देखकर युवाओं में देश के प्रति जोश
एवं उत्साह का संचार होगा। देश के सैनिकों की बदोलत ही आज सरहद की सीमाएं सुरक्षित
है। राज्य मंत्री बुधवार को जिले के श्रीमाधोपुर तहसील के कोटड़ी सिमारला में
शेरवाली जोहड़ी में 30 लाख रूपये की लागत से निर्मित शहीद
सुरेश कुमार नटवाड़िया की आदमकद मूर्ति का अनावरण करने के बाद आयोजित समारोह में
बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने शहीदों के शव को गांव में पहुंचा कर
राजकीय सम्मान से अन्त्येष्टि करवाने की व्यवस्था की है। देश के प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने सैनिको की मांग मानकर उनके लिए वन रेंक, वन
पेंशन योजना लागू की है। योजना में सैनिको के कल्याण के लिए 14 हजार करोड़ रूपये प्रतिवर्ष व्यय किए जाएंगें। उन्हाेंने कहा कि प्रत्येक
जिले में सैनिकों की भर्ती करने के लिए ऑनलाईन भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। देश
के नौजवान शहादत देने वाले शहीदों से सीख लेकर अपने जीवन का निर्माण करें।
राजस्थान शहीदाें के लिए जाना पहचाना जाता है। शेखावाटी में शूरवीरों का जन्म होता
है। बिड़ला, डालमिया धनाढ़यों की भूमि शेखावाटी ही है।
उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी शिक्षित बन कर भारतीय प्रशासनिक सेवाओं, खिलाड़ी, बिग्रेडियर एवं अन्य सेवाओं में जाकर देश,
प्रदेश जिले का नाम रोशन करें। उन्होंने बताया कि शहीद सुरेश कुमार
की ढ़ाणी रूडावाली में सड़क निर्माण राज्य सरकार से करवाया जाएगा तथा सड़क का नामकरण
भी शहीद के नाम से किया जाएगा। उन्होंने गांववासियों से कहा कि गांव के विकास
कार्यो में सामूहिक भागीदारी निभायें।
विकास के लिए विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाए। केन्द्र
एवं राज्य सरकार ने विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कर सभी तबकों को
साथ लेकर चलने का लक्ष्य ध्यान में रखा गया है। हर खेत को पानी मिले तथा हर हाथ को
हुनर मिले उन्होंने देश के युवाओं से आजीविका विकास कौशल प्रशिक्षण में व्यावसायिक
प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त करने को कहा। बेटी बचाओं, बेटी पढा़ओं तथा लड़कियां पढ़लिख कर शिक्षित, सुसंस्कारित
बने। उन्होेंने शहीद के परिजनों के सुख दुख में भागीदार बनने तथा प्रत्येक वर्ष 3
अप्रेल को शहीद की मूर्ति पर कार्यक्रम आयोजित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि सीकर-कुचामन में किसानों के प्याज की खरीद के लिए एक सौ, एक सौ करोड़ रूपये की लागत के प्याज भण्डारण केन्द्र खोले जाएंगे। पोश
मशीनों से उपभोक्ताओं को राशन वितरण करने से पारदर्शिता आई है। उपभोक्ताओं के लिए
कन्ज्यूमर हेल्प लाईन स्थापित की गई है। उन्होंने शहीद के पिता रूड़ाराम, माता कमला देवी, शहीद वीरांगना सजना देवी सहित शहीद
वीरांगनाओं कमलेश देवी, मधुशर्मा, सुमन
कंवर, उम्मेद कंवर सहित उपस्थित शहीद वीरांगनाओं का माला,
शॉल ओढ़ाकर, प्रतिक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
सांसद सुमेधानन्द सरस्वती ने इस अवसर पर कहा कि देश के सैनिक 50 डिग्री तापमान को सहकर भी देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी बखूबी निभाते है।
उन्होंने कहा कि शहीद का दर्जा देवता के समान होता है उसे उचित मान-सम्मान दिया
जाना चाहिए।
श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा ने कहा
कि देश के जांबाज सैनिकों ने राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन बलिदान किया है। शहीद
के परिवार के हर सुख दुख में साथ रहे। उनकी समस्याओं का समाधान तत्परता से करायें।
देश की मातृ शक्ति अपने लाडलो को राष्ट्र भक्ति का पाठ पढ़ाने में कोई कोर कसर नही
रखें। उन्होंने कहा कि समाज देश द्रोहियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद रखें। राष्ट्र
की अस्मिता को सुरक्षित रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। गांव के विद्यालय का नामकरण
शहीद सुरेश कुमार के नाम से करवाने तथा विद्यालय को क्रमोन्नत करने का भरसक प्रयास
किया जाएगा। समारोह को रामगंज मण्डी की विधायक चन्द्रकांता मेघवाल, बायतू विधायक कैलाश चौधरी, हीरापुरी महाराज, त्रिवेणी धाम के नारायण दास महाराज ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम में
राजस्थान प्रन्यास बोर्ड के अध्यक्ष एस.डी. शर्मा, सरपंच
कैलाश वर्मा, महेश शर्मा, तेजप्रकाश
सैनी, मनोज सिंघाणिया, जिला परिषद
सदस्य ताराचन्द धायल, लक्ष्मणगढ़ के पूर्व विधायक के.डी. बाबर,
शिवसिंह धोलिया सैनिक कल्याण अधिकारी नीमकाथाना, उपखण्ड अधिकारी श्रीमाधोपुर ब्रहम्लाल जाट, जनप्रतिनिधिगण,
महिला-पुरूष, ग्रामीणजन बड़ी संख्या में
उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षाविद् दयाराम महरिया ने किया।