नई दिल्ली। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी थल सेना में हथियारों की भारी कम है।
उसके पास जो हथियार हैं वे पुराने होते जा रहे हैं। आर्मड, वायु सेना
टुकडियां, इनफेंट्री और तोपखाना यूनिटों में इसका प्रभाव देखा जा सकता है।
सेना के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले पर फिलहाल कुछ नहीं बोल रहे हैं। लेकिन,
आज युद्ध छिड़ जाए तो सेना के पास 20 दिन तक युद्ध लड़ने के लिए भी
प्रयाप्त मात्रा में लड़ाई का सामान मौजूद नहीं है।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, नियम है कि वॉर वेस्टेज रिसर्व (डब्ल्यूडब्ल्यूआर) इतना होना चाहिए की उससे 40 दिन तक लगातार लड़ाई लड़ी जा सके, जिसमें से 21 दिन उन हथियारों को चिन्हित कर रखा जाता है जो सिर्फ भंडार और उपयोग होने की अवधि तक काम आ सकें।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, नियम है कि वॉर वेस्टेज रिसर्व (डब्ल्यूडब्ल्यूआर) इतना होना चाहिए की उससे 40 दिन तक लगातार लड़ाई लड़ी जा सके, जिसमें से 21 दिन उन हथियारों को चिन्हित कर रखा जाता है जो सिर्फ भंडार और उपयोग होने की अवधि तक काम आ सकें।