स्पष्ट दिशा निर्देशो के अभाव मे दूर-दराज के विद्यार्थियो को होना पड़ा परेशान
अजीतगढ़ कस्बे की सभी शिक्षण संस्थानो खासतौर से राजकीय विद्यालयो के बहार सुबह ८बजे छात्र-छात्राऐं असमंजस मे पड़े नजर आये। आज विद्यालय क्यो नही खुला,यदि छुट्टी है तो किस की है। जैसे कयास लगाते हुये वापस घर पर लौटने को मजबूर थे। विद्यालय मे कोई भी समय परिवर्तन की सूचना देने वाला नही था। समय परिवर्तन की सूचना शनिवार को विद्यार्थियो को नही दी गई। और नही सूचना पट्ट पर लिखा गया था। संस्था प्रधानो के इस गैर जिम्मेदाराना कदम से मुख्यरूप से दूर दराज से आने वाले छात्र-छात्राओ को काफ ी परेशानी उठ़ानी पड़ी। दो घण्टे इधर उधर भटकने के बाद विद्यार्थियो को १०बजे स्कूल खुलने पर राहत मिली। विशेषकर छोटे बच्चो को अधिक परेशानी हुई। छोटे-छोटे बच्चे अपने गुरूजनो के इन्तजार मे विद्यालय के मुख्यद्वार पर बैठ़े हुये नजर आये।
इनका कहना-
प्रतिवर्ष १ अक्टुम्बर से विद्यालयो का समय परिवर्तन होता है,इस बार १ सितम्बर से होना विद्यार्थियो और अभिभावक की समझ से परे रहा है। फि र भी सरकार व शिक्षा विभाग तत्काल आदेशो की प्रतिलिपी भी समय रहते छात्र-छात्राओ को एवं विद्यालयो मे देनी चाहिऐ थी। जिससे ये परेशानी नही होती। दिनेश शर्मा,अभिभावक
कार्यालयी आदेश नही आने से ये असमंजस की स्थिति बनी है। हमे भी समाचार पत्रो के माध्यम से जानकारी मिली है। रेखा यादव,प्राचार्या राबाउमावि अजीतगढ़