रींगस. तीसरी साउथ एशियन अन्तर्राष्ट्रीय रोलबॉल प्रतियोगिता में देश को स्वर्ण पदक दिलाकर लौटी महला स्कूल की बेटी पूजा महला का मंगलवार को कस्बे में भव्य स्वागत किया गया। भैरूजी मोड़ तिराहे पर विद्यालय चेयरमैन भागीरथ सिंह महला, सचिव विशाल महला, प्राचार्य एस.एम.मिश्रा, रींगस थानाधिकारी सुनिल कुमार गुप्ता सहित अनेक लोगों के द्वारा माला पहनाकर विजय जुलूस का शुभारम्भ किया गया। विजय जूलूस कस्बे के मुख्य मार्गो से होकर विद्यालय परिसर पहुंचा। बेटी का जगह जगह लोगों ने पुष्प वर्षा करके स्वागत किया।
विजय जुलूस में विद्यालय स्टाफ, आईटीआई स्टाफ, बीएड कॉलेज स्टाफ के साथ साथ विद्यालय के सैकड़ों विद्यार्थी भी शामिल हुए तथा डीजे की धुनों पर जश्न मनाया। पूजा महला के प्रशिक्षक पिंटू दयाल शर्मा का भी माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। जुलूस के विद्यालय पहुँचने पर चेयरमैन तथा सचिव विशाल महला ने पूजा को स्मृति चिह्न भेंटकर 21 हजार रुपए एवं प्रशिक्षक पिंटू दयाल शर्मा को 51 सौ रुपए की नकद राशि भेंट की।
इस दौरान सुरजाराम मोगा, डॉ. मनीष वरदानी, हरिशंकर भातरा, गणपत महला, राम सिंह चौधरी, चरण सिंह महला, पार्षद विष्णु गंगावत, जगदीश खेदड़, पवन शर्मा स्टैण्डर्ड स्वीट्स, अनिल शर्मा लक्ष्मी मेडिकल, मुकुट बिहारी गर्ग पंकज मेडिकल, बाबू लाल निठारवाल, जैसा राम निठारवाल सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। पूजा महला ने नेपाल के काठमांडू में 29 से 30 दिसंबर 2017 तक आयोजित तीसरी साउथ एशियन रोलबॉल चैंपियनशिप में भारतीय महिला रोलबॉल टीम का कप्तान के तौर पर प्रतिनिधित्व करते हुए देश को स्वर्ण पदक दिलवाया था।
इससे पहले भी पूजा महला लगभग 10 राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी है तथा तीन बार राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक के साथ राजस्थान विश्वविद्यालय की तरफ से खेलते हुए भी
अंतर्विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में भी रजत पदक जीत चुकी है। 4 से 6 जनवरी 2018 को जम्मू में होने वाली दूसरी अंतर्विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को ही पूजा महला व आरती महला दोनों बहने जम्मू के लिए रवाना हुई।
बेटी के खेल के लिए पिता ने छोडा गांव
पूजा के पिता राजेश महला ने बताया कि पूजा अपनी दोनों बहनों आरती महला व अर्चना महला के साथ विद्यालय के खेल मैदान पर अन्य साथी खिलाडिय़ों के साथ रोल बॉल का अभ्यास करती थी। गांव में खेल मैदान का अभाव व बेटी का इस खेल में जुनून देखते हुए पिता को अपने गांव जाजोद को छोडक़र रींगस ही रहना पड़ा। पूजा ने भी अपनी जीत का श्रेय विद्यालय सचिव विशाल महला, कोच पिन्टू दयाल शर्मा व अपने परिवार को दिया।