मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर, व जिला शिक्षा अधिकारी को भेजा ज्ञापन
रींगस। कस्बे के आमली वाले बालाजी के पास स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल का एकीकरण राजकीय सी.सै स्कूल में किये जाने के कारण बच्चो के परीजन व जन प्रतिनिधी विरोध में उतर आये है। बच्चो के परीजना का कहना है की स्कूल में 56 बच्चो का नामांकन और अधिकांस बच्चे गरीब व कमजोर वर्ग के है। इन सभी बच्चो की उम्र तीन से ग्यारह वर्ष की है। जिस स्कूल में एकीकरण किया गया है उसकी सडक मार्ग से दूरी तीन किमी है जिससे इन बच्चो को जाने में परेशानी का समना करना पडेगा। एकीकरण के विरोध में कस्बे वार्ड पार्षद अमित शर्मा, सुमित्रा बुनकर व विक्रम सिंह झाला व बच्चो के परीजनो के द्वारा मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर, व जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया गया है।
स्कूल जाने के लिये करनी होगी बच्चो को पटरी पार
राजकीय प्राथमिक स्कूल व राजकीय सी.सै. स्कूल के बीच रेलवे स्टेशन है। बच्चो को स्कूल जाने के लिये रेलवे की पटरीया पार करनी होगी। बच्चो कि उम्र कम होने के कारण कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है। जिसके कारण परिजना बच्चो की सुरक्षा को लेकर के स्कूल के एकीकरण का विरोध कर रहे है।
रींगस। कस्बे के आमली वाले बालाजी के पास स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल का एकीकरण राजकीय सी.सै स्कूल में किये जाने के कारण बच्चो के परीजन व जन प्रतिनिधी विरोध में उतर आये है। बच्चो के परीजना का कहना है की स्कूल में 56 बच्चो का नामांकन और अधिकांस बच्चे गरीब व कमजोर वर्ग के है। इन सभी बच्चो की उम्र तीन से ग्यारह वर्ष की है। जिस स्कूल में एकीकरण किया गया है उसकी सडक मार्ग से दूरी तीन किमी है जिससे इन बच्चो को जाने में परेशानी का समना करना पडेगा। एकीकरण के विरोध में कस्बे वार्ड पार्षद अमित शर्मा, सुमित्रा बुनकर व विक्रम सिंह झाला व बच्चो के परीजनो के द्वारा मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर, व जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया गया है।
स्कूल जाने के लिये करनी होगी बच्चो को पटरी पार
राजकीय प्राथमिक स्कूल व राजकीय सी.सै. स्कूल के बीच रेलवे स्टेशन है। बच्चो को स्कूल जाने के लिये रेलवे की पटरीया पार करनी होगी। बच्चो कि उम्र कम होने के कारण कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है। जिसके कारण परिजना बच्चो की सुरक्षा को लेकर के स्कूल के एकीकरण का विरोध कर रहे है।