आरपी श्रीमाधोपुर ने किया आभावास के संस्कृत स्कूल का निरीक्षण
रींगस। आभावास के राजकीय अच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में छात्रो के लिये मूलभूत व्यवस्थाओ को भी अभाव है। बच्चो के पीने के लिये न तो पानी की व्यवस्था है और न ही बच्चो के बैठने के लिये कमरो की व्यवस्था है आठवी कक्षा तक का विद्यालय महज तीन कमरो में संचालित हो रहा है। बच्चा के बैठने की व्यवस्था न होने के कारण परेशानी का सामना करना पड रहा है जिसके चलते बच्चा की पढायी बाधित हो रही है। बुधवार को स्कूल का निरीक्षण करने आये श्रीमाधोपुर आरपी रामनिवास जाट ने स्कूल स्टाफ से बच्चो के लिये मूल भूत सुविधाये मुहया करवाने के लिये हिदायत दी। जाट ने बताया की असुविधाओ के चलते स्कूल का नामांकन भी काफी कम है तथा बच्चो की औसत उपस्थिती भी कम है। बुधवार को उन्हे स्कूल में चालीस में से महज इक्कीस बच्चे ही उपस्थित मिले।
स्कूल में बोरिग है पर कनेक्शन नही
आभावास के संस्कृत स्कूल में बच्चो के पीने के पानी की सुविधा के लिये बोरिंग बनवाया गया था लेकिन विभागीय ढिलायी के चलते बोरिंग का कनेक्शन नही हुआ है। बच्चो को पीने के लिये पानी की बोतल घर से ही लानी पडती है।
इनका कहना
स्कूल के स्टाफ को कम नामांकन व छात्रो की कम उपस्थिती के लिये हिदायत दी गयी है। साथ ही मुलभूत सुविधाओ को सुधरने के लिये कहा गया है। रामनिवास जाट, आरपी सर्वशिक्षा अभियान, श्रीमाधोपुर
रींगस। आभावास के राजकीय अच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में छात्रो के लिये मूलभूत व्यवस्थाओ को भी अभाव है। बच्चो के पीने के लिये न तो पानी की व्यवस्था है और न ही बच्चो के बैठने के लिये कमरो की व्यवस्था है आठवी कक्षा तक का विद्यालय महज तीन कमरो में संचालित हो रहा है। बच्चा के बैठने की व्यवस्था न होने के कारण परेशानी का सामना करना पड रहा है जिसके चलते बच्चा की पढायी बाधित हो रही है। बुधवार को स्कूल का निरीक्षण करने आये श्रीमाधोपुर आरपी रामनिवास जाट ने स्कूल स्टाफ से बच्चो के लिये मूल भूत सुविधाये मुहया करवाने के लिये हिदायत दी। जाट ने बताया की असुविधाओ के चलते स्कूल का नामांकन भी काफी कम है तथा बच्चो की औसत उपस्थिती भी कम है। बुधवार को उन्हे स्कूल में चालीस में से महज इक्कीस बच्चे ही उपस्थित मिले।
स्कूल में बोरिग है पर कनेक्शन नही
आभावास के संस्कृत स्कूल में बच्चो के पीने के पानी की सुविधा के लिये बोरिंग बनवाया गया था लेकिन विभागीय ढिलायी के चलते बोरिंग का कनेक्शन नही हुआ है। बच्चो को पीने के लिये पानी की बोतल घर से ही लानी पडती है।
इनका कहना
स्कूल के स्टाफ को कम नामांकन व छात्रो की कम उपस्थिती के लिये हिदायत दी गयी है। साथ ही मुलभूत सुविधाओ को सुधरने के लिये कहा गया है। रामनिवास जाट, आरपी सर्वशिक्षा अभियान, श्रीमाधोपुर