


रींगस से खाटू तक सब कुछ श्याम मय हुआ।
बाबा श्याम के वार्षिक फाल्गुन मैला अपने पूरे परवान पर है इस मैले में देख विदेश के लाखो भक्त नाचते गाते आते है तथा बाबा के दर पर शीश झुकाकर के मन्नते मांगते है। फाल्गुन मैले के दौरान आने वाले भक्तो की सुविधा व सुरक्षा के लिये भी पूरी दोड धूप करनी पडती है तथा विशेष ईन्तजामात किये जाते है। मैले के दौरान सुरक्षा के लिये पुलिस के अलावा होमगार्ड के जवानो व स्काउट के गाईड दिन रात अपनी सेवाये देते है तथा मंदिर परिसर, मैला ग्राउण्ड, खाटूश्यामजी कस्बे के साथ साथ रींगस से खाटूश्याम तक के सतरह किमी के रास्ते के चप्पे चप्पे पर अपनी चोकस निगाहे रखते है। मैले में अपनी सेवाये देने वाले सभी लोगो की सुविधा के लिये श्री श्याम मंदिर कमेटी के द्वारा भी व्यवस्थाओ में पूरा सहयोग किया जाता है। मैले में देश भर के अनेक समाज सेवी संस्थान कें द्वारा भी विभीन्न प्रकार सें सेवाये प्रदान करके मैले की व्यवस्थाओ में पूरा सहयोग किया जा रहा है। मैले के दौरान मंदिर के पट चौबीसो घंटे खुले रहते है।
आठ आठ घंटे बाद आता है दशर्न के लिये नम्बर
मैले के दौरान आने वाले श्रृद्धालुओ को दर्शन करने के लिये घंटो तक लाइन में ईन्तजार करना पडता है। मैला ग्राउण्ड में ही दर्शन करने के लिये बाबा के भक्तो को पन्द्रक किमी की बैरिकेटिंग से होकर के गुजरना पडता है। लेकिन श्रृद्धालुओ के चहरे पर जरा भी थकान नजर नही आती तथा सभी लोग नाचते गाते झूमते हुये बाबा के दर्शन करते है।
फाल्गुन मास में लगता है बाबा श्याम का लक्की मैला
शीश के दानी बाबा श्याम का पार्षिक लक्की मैला प्रतिवर्ष फाल्गुन मास में भरता है इस मैले की लैयारीयो को लेकर के मंदिर कमेटी व जिला प्रशासन के द्वारा करीबन माह पहले से ही तैयारीया शुरू कर दी जाती है। इस मैले में दिल्ली , कलकत्ता, मुम्बई, पंजाब, हरियाणा, यूपी, एमपी, राजस्थान सहित देश के कोने कोने से लाखो श्याम भक्त बाबा के दर्शन करने के लिये नाचते गाते व रंग गुलाल के साथ धमाल करते हुये खाटू नगरी में आते है। मैले के दौरान खाटू नगरी मिनी भारत बन जाता है। यह मैला फाल्गुन शुक्ल पक्ष एकम से लेकर होली तक चलता है देश भर से आये लाखो भक्त मैले में सेवाये देने के बाद बाबा श्याम के साथ होली खेलकर के अपने घर लोटते है।
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रींगस से कोई पैदल तो पेट पलनीया जाता है खाटूनगरी

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सेवा को उठते है लाखो हाथ
बाबा के दर पर आने वाले श्याम भक्तो की सेवा के लिये हजारो भण्डारे लगाये जाते है जिनमे जलपान, भोजन व ठहरने की निशुल्क व्यवस्थाये की जाती है। साथ ही चिकित्सा सुविधा के लिये भी जगह जगह पर मैडिकल कैम्पो का भी आयोजन किया जाता है जिन्में चिकित्सको की टीमे दिन रात अपनी सेवाये देती रहती है।
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मैले में सुरक्षा के पुखता ईन्तजामात
नव की पूर्व संध्या पर मिले बम धमाके करने के धमकी भरे खत के बाद पुलिस प्रशासन मैले में परी तरह से एतिहात बरत रहा है। पूरे मैले में करीबन तीन हजार पुलिस के जवान अपनी सेवाये दे रहे है मंदिर के बाहर तीन स्थानो पर मैटल डिटेक्टर लगाये गये है तथा मंदिर परीसर में किसी प्रकार का भी सामान ले जाने पर रोक लगायी गयी है। पूरे मैले के दौरान सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये जिनके जरिये भी चौकस निगरानी की जा रही है।
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मैले में नही होगे वीआईपी दर्शन
मैले में सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुये वीआईपी दर्शन पर रोक लगायी गयी है। सभी लोगो को लाइन के जरिये ही दर्शन करने होगे।
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स्वाईन फ्लू को लेकर चिकितसा विभाग बरत रहा है एतिहात
पूरे प्रदेश में फैल रही स्वाईन फलू बिमारी को लेकर के चिकित्सा विभाग के द्वारा पूरी सावधानी बरती जा रही है। मैला परिसर में लगाये गये पन्द्रह चिकित्सा शिविरो में स्वाईन फ्लू की दवा व मास्क उपलब्ध करवाये गये है। खाटूश्याम जी सीएचसी में भी स्वाईन फ्लू के लिये अलग से वार्ड बनाया गया है। साथ ही आपात स्थिीती के लिये ग्यारह एक सौ आठ व एम्बूलैंस की व्यवस्था की गयी है।
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डीजे साउण्ड बन रहे हादसो का कारण
रींगस खाटू श्यामजी सड़क मार्ग पर चलने वाले तेज रफतार डीजे साउण्ड भी सड़क हादसो का कारण बनते जा रहे है। डीजे के तेज साउण्ड के कारण वाहनो के होर्न सुनाई नही देते है। जिससे पद यात्री हादसो का शिकार हो रहे है। लगातार हो रहे हादसो के बाद भी पुलिस प्रशासन के द्वारा किसी प्रकार को कोई ठोस कदम नही उठा रहा है। गुरूवार को डीजीे के साउण्ड के कारण करीब एक दर्जन से ज्यादा सड़क हादसे हुये। जिनमें दर्जनो लोग घायल हुये जिन्हे ईलाज के लिये जयपुर रैफर किया गया।
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नही पहूंच रही एक सौ आठ
हादसो के बाद घायलो को राहत देने के लिये भी एक सौ आठ एम्बूलैंस कर्मीयो को परेशानी का सामना करना पड रहा है। हादसो के बाद मोके पर पहूंचने में आधा पोन घन्टा लग जाता है। साथ ही डीजे पर नाचने वाले लोग भी एम्बलैंस को साईड नही देते है। जिससे एम्बूलैस लेट हो रही है।
रींगस सीएचसी में नही प्रयाप्त चिकित्सा सुविधा
खाटू मैले के देखते हुये रींगस सीएचसी में स्टाफ के विशेष इन्तजामात नही किये गये है। अस्पताल में नाईट डयूटी के दौरान महज एक डॉक्टर, एक नर्सिगकर्मी व एक वार्ड बॉय की डयूटी लगायी गयी है। जब की हालात ये है की एक के बाद एक कई हादसे होने के कारण घायलो को समय पर ईलाज नही मिल पा रहा है।
मैले में बसो व ट्रेनो की विशेष व्यवस्था
खाटू मैले में आने वाले श्याम भक्तो के लिये रोडवेज ने सौ विशेष बसो की व्यवस्था की है साथ ही रेलवे के द्वारा दो ट्रेनो की व्यवस्था की गयी। ये ट्रेने रींगस से रेवाडी व रींगस से हिसार के लिये चलायी गयी है।
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