32 घंटे से बच्ची को सकुशल बाहर निकाला

सीकर के अजीतगढ थाना ईलाके के बुरजा की ढाणी के करीब 32 घंटे से जिंदगी और मौत से जुझ रही पांच साल की मासुम बालिका सुनीता को प्रशासन ने सकुशल बाहर निकाल लिया।इसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।जैसे ही बालिका को बहार निकाला गया तो जिला कलक्टर एलएन सोनी भावक हो गये।बडी प्रसन्न नजर आ रहें हैं।खास बातचीत में कलक्टर ने कहा कि बालिका को सकुशल बहार निकाल लिया हैं।
इसके बाद बालिका को अजीतगढ के बाबा नारायण दास सामान्य अस्पताल में लाया गया जंहा से चिकित्सको ने बालिका को जयपुर रैफर कर दिया हैं।पुरे घटनाक्रम के बाद लोग सुनीता बचाने के लिए जंहा दुआएं कर रहें थे वही प्रशासन के आला अधिकारी ,एनडीआरफ टीम ने पुरा रेस्क्यू अभियान चलाया।रेस्क्यू के दौरान स्थानीय लोगो की मदद से चटटान को तोडी गई।अब हम आपको बताते हैं कैसे चला पुरा रेस्क्यू आपरेशन ....शनीवार की सुबह आठ बजे बालिका के बोरवेल में गिरने की सूचना अजीतगढ थाना पुलिा को मिली थी उसके बाद अजीतगढ थाना अधिकारी सुरेन्द्र देगडा मौके पर पहुंचे तथा मामले को गम्भीर मानते हुए पांच जेसीबी व एलएनटी मशाीन को बुलाकर रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया।इसके बाद जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा चिकित्सको की टीम भी मौके पर पहुची।जिा कलक्टर एलएन सोनी व पुलिस अधिकक्ष अखिलेश कुमार मौके पर पहुंचे।इसके बाद दोपहर मे सेना व एनडीआरफ ने मोर्चा संभाल लिया।
बारवेल के पास करीब 40 फिट गहरा गडा खोदकर सुरंग बनाने का काम शुरू किया किया।लेकिन भारी चटटान आने के कारण आपरेशन लम्बा चला।आज 31 घंटे के बाद करीब 3बजकर 33 मिनट पर बालिका को सकुशल बाहर निकाल लिया हैं।सभी की दुआए बालिका के लिए काम आई वही प्रशासन व रेस्क्यू टीम को लोगो ने धन्यवाद दिया वही परिजनो के चहरो पर भी मुस्कान लौटी हैं।
जहां प्रशासन ने दो दिन बाद राहत की सांस ली तो भगवान का शुक्रिया अदा की वहीं सुनीता के परिजनों ने सुनीता के सकुशल बोरवेल से निकालने पर भगवान का शुक्रिया अदा किया तो प्रशासन द्वारा चलाए गए मुस्तैदी से रेस्क्यू आपरेशन के लिए शुक्रिया अदा किया है
