रींगस। रीको क्षैत्र आवासीय काॅलोनी में मंगलवार को श्रीराम कथा का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर रामरतनदास महाराज के सानिध्य में भव्य कलष यात्रा को भी आयोजन किया गया। कलष यात्रा सरगोठ गणपति धाम से शुरू होकर कथा स्थल पर पहंूची जिसमें सैकडो की संख्या में महिला पुरूषो ने भाग लिया। कथा वाचक पं. चन्द्र प्रकाष शास्त्री ने बताया कि कथा के प्रथम दिन श्रीराम कथा महात्य, सती प्रसंग का वाचन किया गया। सास्त्री ने लोगो को कथा के माध्यम से बताया कि काई मनुष्य मन से, कोई तन से तो कोई धन से दुखी है सुखी तो केवल वही मानव है जो केवल भगवान की भक्ति में है। भगवान को केवल भजनो से ही प्राप्त किया जा सकता उसे प्राप्त करने का कोई अन्य मार्ग नही है। कथा का वाचन रात्री सवा सात बजे से लेकर रात्री साढे दस बजे तक किया जा रहा है। इस अवसर पर सरपंच गणेष राम लोछिब, ललित गोयल, प्रवीन गोयल, मुख्य यजमान सुवालाल बंसल, मायाराम, मुकेष प्रमोद आदि सहित सैकडो लौग मौजूद रहे।
कलष यात्रा के साथ श्रीराम कथा का हुआ शुभारम्भ
रींगस। रीको क्षैत्र आवासीय काॅलोनी में मंगलवार को श्रीराम कथा का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर रामरतनदास महाराज के सानिध्य में भव्य कलष यात्रा को भी आयोजन किया गया। कलष यात्रा सरगोठ गणपति धाम से शुरू होकर कथा स्थल पर पहंूची जिसमें सैकडो की संख्या में महिला पुरूषो ने भाग लिया। कथा वाचक पं. चन्द्र प्रकाष शास्त्री ने बताया कि कथा के प्रथम दिन श्रीराम कथा महात्य, सती प्रसंग का वाचन किया गया। सास्त्री ने लोगो को कथा के माध्यम से बताया कि काई मनुष्य मन से, कोई तन से तो कोई धन से दुखी है सुखी तो केवल वही मानव है जो केवल भगवान की भक्ति में है। भगवान को केवल भजनो से ही प्राप्त किया जा सकता उसे प्राप्त करने का कोई अन्य मार्ग नही है। कथा का वाचन रात्री सवा सात बजे से लेकर रात्री साढे दस बजे तक किया जा रहा है। इस अवसर पर सरपंच गणेष राम लोछिब, ललित गोयल, प्रवीन गोयल, मुख्य यजमान सुवालाल बंसल, मायाराम, मुकेष प्रमोद आदि सहित सैकडो लौग मौजूद रहे।