नवोदय विद्यालय की प्रतिभा ने फहराया परचम
जैसलमेर, 26 फरवरी/ मोहनगढ़ कस्बें में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्र लादूराम चैधरी पुत्र भीमाराम चैधरी का राजस्थान विश्व विद्यालय के राजनीति-विज्ञान विभाग मे सहायक प्रोफेसर पद पर चयन हुआ है। यह गाॅंव बलार जिला - जैसलमेर एवं जवाहर नवोदय विद्यालय मोहनगढ़ की सम्मिलित उपलब्धि है। छात्र किसान पृष्ठभूमि से हल की नोंक, कलम की ताकत से माॅं सरस्वती की अनुपम कृति के रूप में समाज के लिये प्रेरणास्रोत है।
छात्र विद्यार्थी जीवन में अति प्रतिभाशाली व मेघावी होने के साथ ही कक्षा 10वीं एवं 12वीं में जवाहर नवोदय विद्यालय मोहनगढ़ का टाॅपर रहा है। छात्र वर्तमान पद से पहले दिल्ली विश्व विद्यालय में अनुबंधित सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहा है।
छात्र वर्तमान में कूटनीति एवं निशस्त्रीकरण विषय पर जे.एन.यू. दिल्ली में शोधरत है। इससे पहले जे.एन.यू. दिल्ली से एम. फिल डिग्री प्राप्त होने के साथ ही छात्र के कई शोध - पत्र प्रकाशित हो चुके है। छात्र ने राष्ट््रीय एवं अन्तर्राष्ट््रीय स्तर पर कई सम्मेलनों में भाग लिया । अभी हाल में इस्तांबुल (टर्की) में आयोजित 60वीं पुगवास सम्मेलन में भाग लिया ओैर जून 2013 में यू0 के0 (इंगलेण्ड) में ब्रिटिश इण्टरनेशनल स्टॅंडीज एसोसिएशन (बिसा) में अपना शोध- पत्र प्रस्तुत किया । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से 2013-14 के अंतर्गत जे.आर.एफ. शोध छात्रवृत्रि प्राप्त की ।
जैसलमेर, 26 फरवरी/ मोहनगढ़ कस्बें में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्र लादूराम चैधरी पुत्र भीमाराम चैधरी का राजस्थान विश्व विद्यालय के राजनीति-विज्ञान विभाग मे सहायक प्रोफेसर पद पर चयन हुआ है। यह गाॅंव बलार जिला - जैसलमेर एवं जवाहर नवोदय विद्यालय मोहनगढ़ की सम्मिलित उपलब्धि है। छात्र किसान पृष्ठभूमि से हल की नोंक, कलम की ताकत से माॅं सरस्वती की अनुपम कृति के रूप में समाज के लिये प्रेरणास्रोत है।
छात्र विद्यार्थी जीवन में अति प्रतिभाशाली व मेघावी होने के साथ ही कक्षा 10वीं एवं 12वीं में जवाहर नवोदय विद्यालय मोहनगढ़ का टाॅपर रहा है। छात्र वर्तमान पद से पहले दिल्ली विश्व विद्यालय में अनुबंधित सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहा है।
छात्र वर्तमान में कूटनीति एवं निशस्त्रीकरण विषय पर जे.एन.यू. दिल्ली में शोधरत है। इससे पहले जे.एन.यू. दिल्ली से एम. फिल डिग्री प्राप्त होने के साथ ही छात्र के कई शोध - पत्र प्रकाशित हो चुके है। छात्र ने राष्ट््रीय एवं अन्तर्राष्ट््रीय स्तर पर कई सम्मेलनों में भाग लिया । अभी हाल में इस्तांबुल (टर्की) में आयोजित 60वीं पुगवास सम्मेलन में भाग लिया ओैर जून 2013 में यू0 के0 (इंगलेण्ड) में ब्रिटिश इण्टरनेशनल स्टॅंडीज एसोसिएशन (बिसा) में अपना शोध- पत्र प्रस्तुत किया । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से 2013-14 के अंतर्गत जे.आर.एफ. शोध छात्रवृत्रि प्राप्त की ।