कस्बे में जैन ष्वैताम्बर मूर्तीपूजक संघ के चातुर्मास के लिए
सागरानंद सूरी समुदाय वर्ती साध्वी श्रीरत्न ज्योती श्रीजी म.सा. की षिश्या
श्रीअक्षय ज्योतीजी एवं निराग ज्योती जी म.सा. का चातुर्मास प्रवेष हुआ,
प्रवेषोत्सव जुलुस गुरूवार को जिनिंग फेक्ट्री से प्रारंभ हुआ जो कस्बे के
बस स्टैण्ड, बुधवारिया दरवाजा, गणेष चौक, होते हुए पदमप्रभु जिनालय व
आदिनाथ जिनालय के दर्षन कर जुलुस जैन उपाश्रय पहुंचा, जुलुस में साध्वी जी
का भव्य स्वागत किया गया, जगह जगह गवली की गई । जैन उपाश्रय में साध्वीजी
ने प्रवचन के दौरान कहा कि मेरी दिक्षा सन् 1984 में डग में हुई थी, आपने
ही दीक्षा देकर भेजा था अब आप हमारी परीक्षा ले कि तीस वर्श में हमने क्या
कमाया, प्रवेष में चौमहला, बोलिया, आगर, बडौद, रूनिजा आदि कई संघो के
श्रावक श्रााविकाओं ने भाग लिया जिनका जैन ष्वेताम्बर मूर्तीपूज संघ की और
बहुमान किया गया, इसके बाद जैन मांगलिक भवन में श्रीसंघ की और से साधर्मिक
वात्सल्य का आयोजन किया गया ।