छोटे बच्चो की पढ़ाई को लेकर चिन्तित,
अजीतगढ़ कस्बे की राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुसुमपुरा पर राज्य शिक्षा विभाग के विद्यालय एकीकरण की गाज गिरने से दोनो विद्यालय क्र मश:राबाउमावि एवं राउमावि मे समायोजित किये गये है। एकीकरण के पश्चात अभिभावक अपने बच्चो की पढ़ाई को लेकर चिन्तित है। सरकार की इस नीति से अभिभावक नाराज है। विद्यालय विकास समिति की आवश्यक बैठक बुलाकर एकीकरण के आदेशो को निरस्त करने की मांग की गई। ज्ञात रहे की मुख्य ड़ाकघर के पास स्थित राबाउप्रावि शान्त क्षेत्र मे स्थित है। छात्र संख्या की दृष्टि से लगभग २०० छात्राऐं यहा पर अध्ययनरत है। स्टाफ भी पूरा है फि र इसे मर्ज करना अभिभावको के गले नही उतर रहा है। राप्रावि कुसुमपुरा मे अधिकत्तर छात्र संख्या हरिजन,अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति के बच्चो की है। जिन्हे एक किलोमीटर दूर भेजने मे अभिभावक कतरा रहे है। दोनो ही विद्यालयो मे पर्याप्त भवन है। फि र भी इन्हे मर्ज कर दिया गया।
अजीतगढ़ कस्बे की राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुसुमपुरा पर राज्य शिक्षा विभाग के विद्यालय एकीकरण की गाज गिरने से दोनो विद्यालय क्र मश:राबाउमावि एवं राउमावि मे समायोजित किये गये है। एकीकरण के पश्चात अभिभावक अपने बच्चो की पढ़ाई को लेकर चिन्तित है। सरकार की इस नीति से अभिभावक नाराज है। विद्यालय विकास समिति की आवश्यक बैठक बुलाकर एकीकरण के आदेशो को निरस्त करने की मांग की गई। ज्ञात रहे की मुख्य ड़ाकघर के पास स्थित राबाउप्रावि शान्त क्षेत्र मे स्थित है। छात्र संख्या की दृष्टि से लगभग २०० छात्राऐं यहा पर अध्ययनरत है। स्टाफ भी पूरा है फि र इसे मर्ज करना अभिभावको के गले नही उतर रहा है। राप्रावि कुसुमपुरा मे अधिकत्तर छात्र संख्या हरिजन,अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति के बच्चो की है। जिन्हे एक किलोमीटर दूर भेजने मे अभिभावक कतरा रहे है। दोनो ही विद्यालयो मे पर्याप्त भवन है। फि र भी इन्हे मर्ज कर दिया गया।