अजीतगढ - कहते है की परिवार का वंश चलाने वाला बेटा ही होता है। पर हां ये बात सच भी है। लेकिन आज के दौर मे बेटीयां भी बेटो से कम नही है। जंहा एक ओर घर मे मातम छाया हुआ था। सबकी आंखो मे आंसू टपक रहे थे। वो मासुम अपनी मां को नम आंखो से विदाई तो दे रही थी,लेकिन भाई ना होने के कारण मुखागिन देने के लिए शव यात्रा मे शामिल हो गई। बेटीयों को कंधा देते हुये देखकर हर कोई के आंखो मे आंसू आ गये। अजीतगढ़ कस्बे के मजिस्द् के पास स्थित कुमावत मोहल्ले मे लम्बी बिमारी से मौत हुई एक 45 वर्षीय महिला के पुत्र नही होने के कारण उसकी दो बेटीयो ने मां की अर्थी के कंधा लगाकर बेटे की रस्म पूरी की। जानक ारी के अनुसार स्थानीय कस्बे की मजिस्द् के पास स्थित कुमावत मोहल्ला निवासी प्रेम देवी राजौरियां पिछले दो महिने से बिमार चल रही थी। उसकी गुरूवार को मौत हो गई। प्रेम देवी के पुत्र नही होने के कारण उसकी दोनो बेटीयां क्रमशरूदीपिका तथा कल्पना राजौरियां ने अपनी मां की अर्थी को कंधा देकर बेटे का फ र्ज पूरा किया है। वही श्मशान घाट धाराजी मे जाकर मुखागिन भी दी है। मृतक प्रेम देवी का पति मुरारी लाल मुम्बई मे टाइल्स लगाने का काम करता है।
बेटीयों ने निभाया बेटे का फर्ज
अजीतगढ - कहते है की परिवार का वंश चलाने वाला बेटा ही होता है। पर हां ये बात सच भी है। लेकिन आज के दौर मे बेटीयां भी बेटो से कम नही है। जंहा एक ओर घर मे मातम छाया हुआ था। सबकी आंखो मे आंसू टपक रहे थे। वो मासुम अपनी मां को नम आंखो से विदाई तो दे रही थी,लेकिन भाई ना होने के कारण मुखागिन देने के लिए शव यात्रा मे शामिल हो गई। बेटीयों को कंधा देते हुये देखकर हर कोई के आंखो मे आंसू आ गये। अजीतगढ़ कस्बे के मजिस्द् के पास स्थित कुमावत मोहल्ले मे लम्बी बिमारी से मौत हुई एक 45 वर्षीय महिला के पुत्र नही होने के कारण उसकी दो बेटीयो ने मां की अर्थी के कंधा लगाकर बेटे की रस्म पूरी की। जानक ारी के अनुसार स्थानीय कस्बे की मजिस्द् के पास स्थित कुमावत मोहल्ला निवासी प्रेम देवी राजौरियां पिछले दो महिने से बिमार चल रही थी। उसकी गुरूवार को मौत हो गई। प्रेम देवी के पुत्र नही होने के कारण उसकी दोनो बेटीयां क्रमशरूदीपिका तथा कल्पना राजौरियां ने अपनी मां की अर्थी को कंधा देकर बेटे का फ र्ज पूरा किया है। वही श्मशान घाट धाराजी मे जाकर मुखागिन भी दी है। मृतक प्रेम देवी का पति मुरारी लाल मुम्बई मे टाइल्स लगाने का काम करता है।