सिटी बस स्टैण्ड पर रूकेगी रोडवेज बसे
रींगस। रोडवेज के स्थाई बस स्टैण्ड की समस्या को लेकर परेशान हो रहे लोगों के लिए सोमवार का दिन उम्मीद की किरण लेकर आया। श्रीमाधोपुर के आगार प्रबंधक अब्दुल कलाम ने रोडवेज के स्टैण्ड को लेकर कस्बे का विजिट किया। कलाम ने वार्ड 21 सिटी बस स्टैण्ड पर बने यात्री विश्राम ग्रह के बुकिंग घर का जायजा लेकर वहां बने शौचालयों, कुर्सियों व वृक्षारोपण को देखकर प्रसन्नता जताई। कलाम ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए फलाई ओवर का निर्माण पूरा होने के साथ ही रोडवेज बसों की आवाजाही कस्बे में शुरू करवा दी जाऐगी। बसे कस्बे में आने से लोगों को रात्रि में पेरेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस दौरान वार्ड पार्षद विष्णु गंगावत, रोडवेज डिपो के प्रकाश हरितवाल सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
फिर खुलेंगे पुरानी बुकिंग खिडक़ी
सिटी बस स्टैण्ड की बुकिंग खिडकी दुबारा खुलने की सूचना से कस्बे के लोगों में उत्साह का माहोल है। सिटी बस स्टैण्ड पर बने बुकिंग घर पर पहले बसों की आवाजाही रहती थी लेकिन बाईपास शुरू होने के बाद कस्बे में बसों का आना बंद हो गया था। लोगों को बसों में बैठने के लिए भैरूजी मोड़ व मिल तिराहे पर जाना पड़ता है लेकिन दोनों ही जगहों पर रोडवेज का कोई स्थाई बस स्टैण्ड नहीं है। बस स्टैण्ड के अभाव में बुजुर्गो व महिलाओं को रात्रि में पेरशानी का सामना करना पड़ता है।
रींगस। रोडवेज के स्थाई बस स्टैण्ड की समस्या को लेकर परेशान हो रहे लोगों के लिए सोमवार का दिन उम्मीद की किरण लेकर आया। श्रीमाधोपुर के आगार प्रबंधक अब्दुल कलाम ने रोडवेज के स्टैण्ड को लेकर कस्बे का विजिट किया। कलाम ने वार्ड 21 सिटी बस स्टैण्ड पर बने यात्री विश्राम ग्रह के बुकिंग घर का जायजा लेकर वहां बने शौचालयों, कुर्सियों व वृक्षारोपण को देखकर प्रसन्नता जताई। कलाम ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए फलाई ओवर का निर्माण पूरा होने के साथ ही रोडवेज बसों की आवाजाही कस्बे में शुरू करवा दी जाऐगी। बसे कस्बे में आने से लोगों को रात्रि में पेरेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस दौरान वार्ड पार्षद विष्णु गंगावत, रोडवेज डिपो के प्रकाश हरितवाल सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
फिर खुलेंगे पुरानी बुकिंग खिडक़ी
सिटी बस स्टैण्ड की बुकिंग खिडकी दुबारा खुलने की सूचना से कस्बे के लोगों में उत्साह का माहोल है। सिटी बस स्टैण्ड पर बने बुकिंग घर पर पहले बसों की आवाजाही रहती थी लेकिन बाईपास शुरू होने के बाद कस्बे में बसों का आना बंद हो गया था। लोगों को बसों में बैठने के लिए भैरूजी मोड़ व मिल तिराहे पर जाना पड़ता है लेकिन दोनों ही जगहों पर रोडवेज का कोई स्थाई बस स्टैण्ड नहीं है। बस स्टैण्ड के अभाव में बुजुर्गो व महिलाओं को रात्रि में पेरशानी का सामना करना पड़ता है।